Monday, May 6th, 2024

राजस्थान के दौसा में झुग्गी में सो रहे लोगों को कार ने कुचला, तीन लोगों की मौत, आठ लोग घायल

दौसा
दौसा के महुआ थाना इलाके में गुरुवार रात करीब 11:30 बजे एक ओला टैक्सी चालक जयपुर से अपने गांव हेलेना के लिए निकला था। जैसे ही महुआ पहुंचा अचानक रोड के पास सो रहे लोगों को चपेट में ले लिया, जिसके चलते 11 लोग घायल हो गए। इनमें से तीन लोगों की इलाज के दौरान महुआ अस्पताल में ही मौत हो गई।
 हादसा गुरुवार की रात करीब सवा ग्यारह बजे हुआ है।हादसे की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची महुवा थाना पुलिस ने सभी घायलों को महुवा अस्पताल में भर्ती कराया, जहां से 6 गंभीर घायलों को जयपुर रेफर कर दिया गया है। हादसे के बाद कार चालक कार को छोड़कर मौके से फरार हो गया। इस मामले में शुक्रवार सुबह परिजनों ने मृतकों के शव लेने से इनकार कर दिया। परिजनों ने कार सवार के खिलाफ कार्रवाई, उचित मुआवजा और स्थाई मकान की मांग की है।

महुवा थाना प्रभारी जितेंद्र सोलंकी ने बताया कि बीती रात करीब 12 बजे घुमंतू परिवार के लोग टीकाराम पालीवाल स्कूल पास बनी अपनी झुग्गियों में सो रहे थे। इस दौरान एक अनियंत्रित कार झुग्गी में घुस गई, जिससे झुग्गी में सो रहे लोग कार की चपेट में आ गए। इस दौरान झुग्गी में सवार लोगों में चीख-पुकार मच गई। इस हादसे के बाद कार सवार मौके से फरार हो गया। झुग्गी में मौजूद महिलाएं, बच्चे और पुरुष गंभीर रूप से घायल हो गए। सूचना पर महुवा थाना प्रभारी जितेंद्र सोलंकी पुलिस जाप्ते के साथ घटनास्थल पहुंचे, जहां उन्होंने एंबुलेंस की सहायता से सभी घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया।

महुवा थाना प्रभारी जितेंद्र सोलंकी ने बताया कि डॉक्टरों ने राजू (50) पुत्र पपैया सांटिया, परी (6) पुत्री दिलीप कुमार, अठोड़ी (60) पत्नी पपैया को मृत घोषित कर दिया. वहीं टीकाराम पालीवाल स्कूल के पास झुग्गी में रहने वाले जग्गा (40) पुत्र पपैया, शनि (13) पुत्र दीपक, शेरू उर्फ मोनू (11) पुत्र प्रह्लाद, काजल (30) पत्नी दीपक और लक्ष्मणगढ़ निवासी दिलीप (28) पुत्र डब्बा, सीमा (25) पत्नी दिलीप को प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने जयपुर रेफर कर दिया. साथ ही उगंता (40) पत्नी पन्ना और प्रिया (7) पुत्री सतीश का इलाज महुवा जिला अस्पताल में किया जा रहा है.मामले की सूचना के बाद महुवा विधायक राजेंद्र मीणा ने अस्पताल में पहुंचकर घायलों से कुशलक्षेम जानी।

हादसे के बाद सुबह अस्पताल में मृतकों के परिजन और रिश्तेदार एकत्रित हुए, जिन्होंने शव लेने से इनकार करते हुए मुआवजे की मांग को लेकर धरना शुरू कर दिया। उन्होंने कार सवार के खिलाफ कार्रवाई सहित मुआवजे और स्थाई मकान बनवाने की मांग की है। परिजनों का कहना है कि वर्षों से रोड किनारे रहकर जीवन गुजार रहे हैं। ऐसे में हमेशा ही किसी हादसे का डर बना रहता है, लेकिन बीती रात हुए हादसे ने इनके डर को यकीन में बदल दिया। प्रशासन की ओर से परिजनों से समझाइश भी की जा रही है पुलिस ने कार को जब्त कर लिया है।  

 

Source : Agency

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